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देवी चालीसा संग्रह | Unique Devi Chalisa Collection @ 🔱 VrandAstrA 🔱

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देवी चालीसा संग्रह   Unique Devi Chalisa Collection @  🔱 VrandAstrA 🔱 दे वी चालीसा संग्रह : भक्ति और धर्म के प्रचारक परिचय: देवी-देवताओं की पूजा हमारे संस्कार और संस्कृति का एक अभिन्न अंग हैं। भारतीय जीवन में देवियों की उपासना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वे हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की दूत होती हैं। भक्ति और धर्म का संगम, " देव चालीसा संग्रह " एवं " देवी चालीसा संग्रह ", भारतीय जीवन के एक महत्वपूर्ण अंग को दर्शाता है। खण्ड 1: देवी चालीसा संग्रह का महत्व: देवी चालीसा संग्रह का महत्व बहुत अधिक है।  यह हमारे धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है जो हमें दिव्यता की ओर ले जाता है। इसका पाठ करना हमारी मनोदशा को शुद्ध, सकारात्मक और शांत बनाता है जो हमें अपने दैनिक जीवन में उन्नति और सफलता प्रदान करता है। इनका पाठ करना हमें शक्ति और उत्साह प्रदान करता है जो हमें अपनी मनोदशा को संतुलित रखने में मदद करता है। इससे हमें आत्मविश्वास मिलता है और हम अपने लक्ष्यों के प्रति उत्सुकता से निरंतर काम करते रहते हैं। देवी चालीसा संग्रह में शामिल देवताओं...

श्री राम जी (सम्पूर्ण कथा) || ॐ रां रामाय नमः || 🔱 VrandAstrA 🔱

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श्री राम जी (सम्पूर्ण कथा) || ॐ रां रामाय नमः || 🔱 VrandAstrA 🔱 ॐ ॐ रां रामाय नमः   VrandAstrA   📧 : vranda1learning@gmail.com 🌐: www.vrandastra.blogspot.com परिचय राम/श्रीराम/श्रीरामचन्द्र,   रामायण के अनुसार,महाराजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता थे। हनुमान उनके परम भक्त हैं। लंका के राजा रावण का वध उन्होंने ही किया था।  उनकी प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि उन्होंने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता तक का त्याग किया।  श्री राम जी का जन्म एक क्षत्रिय इक्ष्वाकु सूर्यवंश कुल में हुआ था। वे भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। ऋषि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा रामायण की रचना की थी।लेखक गोस्वामी तुलसीदास ने भी उनके जीवन पर केन्द्रित भक्तिभावपूर्ण सुप्रसिद्ध महाकाव्य रामचरितमानस की रचना की थी। इन दोनों के अतिरिक्त अन्य भारतीय भाषाओं में भी रामायण की रचनाएँ हुई हैं, जो काफी प्रसिद्ध भी हैं। दक्षिण के क्रांतिकारी पेरियार रामास्वामी व ललई सिंह यादव की रामायण भी मान्यताप्राप्त ह...